इस प्रदर्शन के समर्थन में प्रदेश के सभी बाजारों को दो घंटे तक बंद रखा गया. प्रदर्शन को देखते हुए पूरे राज्य में मस्जिदों और मुस्लिम आबादी वाले इलाकों के बाहर पुलिस की तैनात की गई.
शिमला के सुन्नी बाजार में प्रदर्शनकारियों ने तालियां बजाकर विरोध जताया तो सिरमौर के पांवटा साहिब में आक्रोश रैली निकाली गई. बिलासपुर के घुमारवीं बाजार में प्रदर्शन किया गया तो हमीरपुर जिला मुख्यालय में हिंदू संगठन और व्यापार मंडल के सदस्यों ने प्रदर्शन किया.
यह विवाद शिमला में स्थानीय युवक की पिटाई से शुरू हुआ. शिमला में 31 अगस्त की शाम को मल्याणा गांव में एक स्थानीय व्यक्ति की पिटाई कर दी गई. आरोप लगे कि मुस्लिम समुदाय के 6 लोगों ने उसे पीटा है. मारपीट के बाद आरोपी शिमला की संजौली मस्जिद में छुप गए. स्थानीय लोगों ने अगले ही दिन यानी एक सितंबर को संजौली में मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया. आरोप लगाया कि 5 मंजिला मस्जिद के 3 फ्लोर अवैध हैं. टॉप फ्लोर पर आने वाले उनके घरों में तांका-झांकी करते हैं.
लोगों ने मस्जिद को अवैध बताते हुए इसे तोड़ने की मांग की. स्थानीय लोगों का आरोप है कि संजौली में बनी मस्जिद अवैध है. इसे तोड़ा जाए. 5 सितंबर को संजौली और विधानसभा चौड़ा मैदान में प्रदर्शन हुआ. इसी दिन शाम को शिमला के कसुम्पटी में भी स्थानीय लोगों ने मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया. फिर बुधवार को शिमला में हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया.
शिमला के संजौली में 2010 से पहले दो मंजिला कच्ची मस्जिद थी. 2010 के बाद तीन मंजिला अवैध निर्माण हुआ था. शिमला नगर निगम के कमिश्नर ने 35 बार मस्जिद कमेटी को नोटिस भी दिए. 2010 से 2024 तक नगर निगम कमिश्नर के पास 45 बार पेशी हो चुकी है.
इस मामले में 11 सितम्बर को पुलिस ने हिंदू समुदाय के हजारों लोगों के खिलाफ लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. 12 सितम्बर को संजौली मस्जिद के इमाम और मुस्लिम पक्ष ने खुद अवैध तोड़ने की बात कही: संजौली-ढली में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. यह मामला निगम आयुक्त के कोर्ट में भी चल रहा है. संजौली मस्जिद की 3 मंजिल अवैध बताई जा रही हैं. इसके बाद संजौली मस्जिद के इमाम और मुस्लिम पक्ष ने नगर निगम के कमिश्नर को लिखकर कहा कि अगर कोर्ट आदेश देता है तो वे खुद तीन फ्लोर तोड़ देंगे, तब तक मस्जिद के 3 फ्लोर सील कर दिए जाएं.
]]>मुख्यमंत्री ने उन्हें राहत पैकेट दिए और इलाके में जल्द ही सामान्य स्थिति की बहाली का भरोसा दिया.
योगी ने कहा, ‘‘भेड़िए को पकड़ने के लिए अभियान चलाने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं. पिछले दो महीने में इस 20 से 25 किलोमीटर क्षेत्र में आठ लोगों की मौत हुई है. पांच भेड़िए पकड़े जा चुके हैं. वहीं एक ऐसा है जो पकड़ा नहीं गया है.''
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी परिस्थिति में भेड़िए को पकड़ा जाए, लेकिन अंतिम विकल्प के तौर पर ही गोली मारने के आदेश दिए गये हैं.''
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है और जब तक यह क्षेत्र भेड़ियों के खतरे से मुक्त नहीं हो जाता तब तक वन विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस की टीम निरंतर यहां कार्य करेगी.''
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